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कोविड-19 कोरोना वायरस वैश्विक महामारी को मद्देनज़र रखते हुए कोड्स-जेस्चर नें डिजिटल कोविड मुहिम के तहत एक वेबसाइट बनाई है जो पूरी तरीके से हिंदी में है। गोरखपुर की एक अग्रणी आईटी डिजिटल कंपनी होने की वजह से हमारा दायित्व बनता है कि शहर को इस भयंकर महामारी के बारे में डिजिटली सचेत किया जाए।
इसी कारण आनन-फानन में हमारी टीम ने कोरोनावायरस के मद्देनज़र एक वेबसाइट बनाई है जिसमें आप शुद्ध हिंदी भाषा में कोरोनावायरस क्या है, उसके लक्षण, और भी काफी सारी जानकारियां कुछ सलाह और तमाम वीडियोस और ग्राफिक्स के माध्यम से जानकारी मुहैया कराने की कोशिश की गई है।
कोरोना वायरस का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है, जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है. इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है. इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था. डब्लूएचओ के मुताबिक, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं.
एक नए तरीके से हमें सामाजिक रिश्ते बनाने और कामकाज करने की जरूरत है। रोजमर्रा में सावधानी बरतें, घर पर ही रहे और कोरोना वायरस को फैलने से रोकने में देश की मदद करें।
हां बिल्कुल!! हालांकि यह शब्द एक दूसरे की जगह इस्तेमाल किए जा रहे हैं, लेकिन इसका मतलब एक जैसा नहीं।
क्वॉरेंटाइन आमतौर पर तब किया जाता है जब आप वायरस के सिर्फ संपर्क में आए हो लेकिन आप में बीमारी के कोई लक्षण नहीं है।
आइसोलेट का मतलब है अलग करना यह तक किया जाता है जब आप वायरस से संक्रमित हो चुके हैं।
सामाजिक दूरी के नियमों का पालन सभी स्वस्थ व्यक्तियों को वायरस के संक्रमण और बीमारी से बचने के लिए करना चाहिए। सामाजिक दूरी का सीधे शब्दों में यह मतलब है कि आप अपने आसपास के लोगों से निकट संपर्क में आने से बचें। दूसरों से कम से कम 1 मीटर या 3 फीट या एक हाथ की लंबाई के बराबर की दूरी बनाए रखें। खासतौर सीखते समय गिरने वाली संक्रमित बूंदें लगभग 1 मीटर दूर तक ही जा पाती हैं और किसी सतह पर गिर जाती हैं। * As Per CDC
अगर आप बीमार है तो दूसरों से दूरी बनाए रखें यह बहुत ही महत्वपूर्ण काम है जो आपको जरूर करना चाहिए।
अगर आप को यात्रा करनी हो तो कोशिश करें कि भीड़भाड़ वाले समय में यात्रा ना करें या भीड़भाड़ वाली जगहों पर ना जाए।
अगर आप कैब या टैक्सी में जा रहे हैं तो ड्राइवर को बोलकर खिड़की खुलवा लें।
बाहर रेस्टोरेंट में भोजन करते समय दूसरे टेबल से 1 मीटर दूरी बनाए रखें।
गैरजरूरी सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में जाने से परहेज करें।
बीमार व्यक्ति के घर पर सभी से देखभाल करें। संभव हो तो मरीज को ऐसे सिंगल कमरे में रखें जिसमें बाथरूम की व्यवस्था भी हो।
मरीज की देखभाल करने वालों की संख्या कम से कम रखें।
मरीज के कमरे का दरवाजा बंद रखें और अगर कमरे में खिड़की हो तो उसे आप खोल सकते हैं।
मरीज और उसकी देखभाल करने वाले व्यक्ति को कमरे में सर्जिकल मास्क पहन कर रहना चाहिए।
परिवार के बीमार सदस्यों, जैसे कि बुजुर्ग (जिनकी आयु 60 वर्ष से अधिक ) या पुरानी बीमारी से ग्रस्त लोगों से दूरी बनाए रखें।